तू क़रीब ना आए
तू दूर भी ना जाए
कारवाँ ए जुस्तुजूमें
अब सवार जो हूँ
मंज़िल ना मिले और
ग़ुरूर भी ना जाए
मेरे यार तेरे लिए
छोड़ दी जो दुनिया
तुझसे खफ़ा नहीं पर
सुरूर भी ना आए
गुनाह है तो बता दे
सज़ा भी तो मंजूर है
शहादत ना मिले और
कसूर भी ना जाए
Life's short.. Be yourself!