ये कैसा मज़ाक है तकदीर का
मैं कही मेरा दिल कहीं ..
ईन आँखोंसे हुवे है जख्म जो
छुपते नही भर जाते भी नही ..
न जाने कैसे ये भूल हुई
मेरी दुनिया कहीं तेरा हुस्न कहीं
यह बला है या तूफ़ान
तिनके तिनके कर के कई दिल
जो अपने पीछे छोड़ आई ..
लोग पूछते हैं , कौनसे नशेमें
मैं आज कल धुत रहता हूँ ?
वोह क्या जाने ,
यह शिशे के जाम कहीं और मेरा यार कहीं …
Rolla, MO (US)