उठल्या लहरी काही, गेले धुवून सारे उरल्या खुणा, कधी न पुसण्याजोग्या स्वच्छ निर्मळ, पाण्यासारखा नागवा आणि व्याख्या, दृष्ट न लागण्याजोग्या त्वचेला झाकले हसून, तरी दिसतात खोल जखमा, कधी न झाकण्याजोग्या विसरलो सारे, क्षण, वाटा आणि वळणे प्रत्येक त्या जागा, निवांत बसण्याजोग्या आता विस्तीर्ण मोकळे, आभाळ एकटे हरवल्या उमेदी, पंखांत भरण्याजोग्या उरे आभासी जगातले, आभासी जगणे…
Tag: Poetry
आई
जेव्हा कधी मी अशा आईला बघतो की तिची ईच्छा असूनही तिचं बाळ पुढे जाऊ शकत नाही. त्या आईला काय वाटत असेल? कित्येकदा मी हेही पाहिलंय की मुलगा किंवा मुलगी दिव्यांग असते, त्यांना चालत येत नसतं, बोलता येत नसतं, विचार करता येत नसतो आणि आपल्याला काय वाटतंय ते सुद्धा सांगता येत नसतं, तरीही ती म्हातारी आई…
The Satan’s Bar
Everyone has to go that’s the game of destiny, Some can’t find the way out Some just go early That’s how the world works in ‘The Satan’s Bar’ I haven’t found the door to come out so far Game has no rules, play it only if you can take it .. Crown.. snatch it scratch…
What if..
What if he never comes back ? What if you never see him again ? What if you want to feel the tears ? And all you get is pouring rain.. Did you see the stars before you showered the night with that curse .. You told him to go away now he’s gone so…
अल्फ़ाज कभी तो
मुझपे ना हसो कभी तो आया करो दुनियाके इस पार तो समझ जाओगे अल्फ़ाज कभी तो है दुवा कभी आफ़त , एक मर्ज है ! अपनेही हाथोंसे कर देता हूँ टुकडे टुकडे कभी दिलके, कभी यादोंके समझती है इसे पागलपन मेरा दुनियाभी बड़ी ख़ुदगर्ज है ! आते हो कभी तो कहते हो यह महफ़िल है…
अभी बाकी है
कुछ बता दिया है कुछ सुनाना अभी बाकी है थोड़े मान गए हैं थोड़ा मनाना अभी बाकी है बहुत संभाला है मैंने ईस दिल को तनहाईमे बेवफा वह नहीं पर ये क्या झुल्म हैं वफाईमे जानते ते हैं वह भी यह भी बताना अभी बाकी है उनका हँसना है जैसे चलती हो कटार कोई आज़मालो,…
तू गेलीस त्या वाटेवर..
कलाकाराला मिळणारा एकांत म्हणजे एक दुधारी तलवार असते .. तो एक मोहपाश असतो ज्याचा मोह सुटत नाही आणि एकदा अडकलो की पुन्हा भौतिक जगात यावस वाटत नाही. एकांत म्हणजे फक्त आजूबाजूला कोणी नसणे नव्हे ही तर एक मनाची अवस्था असते जेव्हा माणूस अंतर्मुख होत असतो. या एकांताची कारण शोधायची असतील तर आधी मनात वाकून पहाव…
Six Degrees of Freedom..
World has started falling on me why I am going wild ? thoughts are breaking into pieces no way to find six degrees of freedom.. n no control on mind ! Heart’s splashing blood on walls brain will burst I wont escape rage of past my desires thirst crashing on the time flowing with the…
The Falling Star..
I used to look at the sky from night till the morning I wished for once I could see a star falling Days went like winds but nights remained as they were There is a star waiting for me in dark sky somewhere My life is going away searching my destiny so far There is…