नाजूकसी है यह जिंदगी Posted on June 18, 2013April 3, 2017 By Rohit BapatPosted in Hindi/Urdu Poetry, Literature, Poetry दो पल की, यह बात है कभी दिन, तो कभी रात है तू छोड़ ना, निचोड़ ना नाजूकसी है यह जिंदगी बेताल तू, बेबाक़ तू फिरभी हरम से, पाक तू तू तोड़ ना, मरोड़ ना नाजूकसी है यह जिंदगी Spread the love