नशें मैं हम हैं ना जगाओ
नशा तो ऊनपे हैं जो ना पी है
सच और झूठ इनसे ना पूछो
यह दुनियाँ बड़ी झूटी है
हम क़ाफ़िर है या मोमिन
यह तो बस ख़ुदा के है हाथ
इन गुन्हेगारोंसे अब ना पूछो
यह दुनियाँ बड़ी झूटी है
एक तरफ़ जमाने का डर
दूसरी तरफ़ है मैख़ाना
इबादत करें किसकी ना पूछो
यह दुनियाँ बड़ी झूटी है
गुनाहगार हैं हम तो कहो
ना पिए वे कहाँ हैं बिस्मिल ?
इन्साफ़ के किस्से ना पूछो
यह दुनियाँ बड़ी झूटी है