इस तूफ़ान ने (शेर) Posted on December 23, 2014May 19, 2017 By Rohit BapatPosted in Hindi/Urdu Poetry, Literature, Poetry इस तूफ़ान ने रुकना भी है या नहीं ? ख़ुशीके आँसूभी बह गए.. तिनको तिनको के होते हैं आशियाने सारे के सारे ढह गए Spread the love