फुरसत मिली है आज राही, कुछ हिसाब कर ही लूँ जोड़ तोड़ ही सही एक बार, सिफर को जवाब कर ही लूँ कुछ पल पूछ रहे हैं बेसब्र, गए वक़्त उनका क्या बना ? सियाही ओ अश्क़ से सने हैं, उनकी किताब कर ही लूँ सितारे कम हो रहे हैं सुबह होने को है? ना…
Category: Hindi/Urdu Poetry
Hindi/Urdu Poems
कहानी
उठी हैं पलकें, ख़त्म है कहानी अंगड़ाई ले रही है, फुलोंकी रानी कहानी थी एक सहजादेकी उतरा था जो बादलोंसे ढूंढ रहा था, सपनोंकी रानी हर डगर हर पल सालोंसे फिर जाने की, सोच रहा था बैठा था उदास होके हवा चली ऐसी, कोई फूल हँसा नूर ए जन्नत लेके उसे छू गई हवा, तो…
यह दुनिया
यह दुनिया छोटी है गोल है सब झूठ है सब झूठ है ऐसा ना होता तो कभी ना कभी तो वो डगर आती जिसपर तुम आँखे बिछाए खड़ी होती हो! क्योंकी मैं तो बड़ी देर से बस चलता ही जा रहा हूँ चलता ही जा रहा हूँ यह दायरा जो ख़त्मही नहीं होता सब झूठ…
इश्क़ होनेसे पहले
नरम होठोंसे कभी कहती है कुछ चमकती है बिजली जैसे कभी ख़ामोश होती है फ़िरभी अब मैं सब समझने लगा हूँ फिरता था सुलझाते सवाल सारे इश्क़ होनेसे पहले और अब हर एक छोटीसी अदाओंसे उलझने लगा हूँ
तलाश
मेरी उम्रभर की तलाश थी एक पलमें तुने मिला दिया एक नजरमें बरसों बिछड़े दिलसे दिलको मिला दिया तू न जाने तूने है क्या किया ख़्वाब जिंदगीसे मिला दिया तुझसे जुडी हैं मेरी मंजिलें तुझपेही ख़त्म हैं सिलसिले ये तेरे इश्क़ की है इन्तेहा जो खुदमे मुझको मिला दिया पूछा करते हैं लोग अक्सर ये…
पधारो नी बालमवा
पधारो नी बालमवा मनवामें मारो तो घुँघट खोलूँ तोसे बोलूँ सावरा छब तोरी कनखियोंसे तोलूँ पधारो नी बालमवा अंगनामे मारो तो दीप जलाऊँ तोसे खिलाऊँ हाथोंसे अपने तोरी नजर उतार लाऊँ पधारो नी बालमवा साँसोंमे मारो तन मन बना लूँ मैं उठा लूँ घुँघट सारे ना जाने दूँ ना मैं भी कहीं जाऊँ
सारे चिराग
सारे चिराग ए मुहब्बत जलाए रखिये उनका इस गलीसे गुजरने का वक़्त है ख़्वाबोँसे पलकोंका परदा उठाए रखिये उनका इन आँखोंमे बसरने का वक़्त है हवा महसूस करे है उसे ना दबाए रखिये उनका इन झोकोंमे महकने का वक़्त है हमराह है वो मेरा माहौल बनाए रखिये उनका इन साँसोंमे उतरने का वक़्त है अबके…
पी जो नहीं
जी करता है गोदमें तेरे सर रख कर सो लूँ बरसो बादल रोका है सब आजही मैं रो लूँ पी जो नहीं तो कैसा दरपन कैसे ये दिन रैन तन मन पी के पैरोमें अब अतमन भी खो लूँ जो तू मुड कर जाए सैय्याँ हाथ ना छोड़ूँ बह जाएगी राहें सारी बरस बादल हो…
इस तूफ़ान ने (शेर)
इस तूफ़ान ने रुकना भी है या नहीं ? ख़ुशीके आँसूभी बह गए.. तिनको तिनको के होते हैं आशियाने सारे के सारे ढह गए
ख़बर (शेर)
सैय्याँ न ले ख़बर, दिल पल पल कारे बादल रोय जब जब देखूँ सूना आँगन, रैन काली नागन होय