एक मोती Posted on November 20, 2014May 6, 2017 By Rohit BapatPosted in Hindi/Urdu Poetry, Literature, Poetry लग रहा था डूब जाएंगे दुनिया के दर्याह में तेह तक पहुँचे तो जी उठे एक मोती जो मिल गया इश्क़ किया तो मौजज़ा हुवा एक पलमें किनारा कश्ती को मिल गया Spread the love