पिया बिना मोहे
चैन ना आवे
पिया तोरी मोहे
याद सतावे
कैसे छुप गए
मुझे छोड़ बारिशमे
हम तो मर गए
तेरी ही ख़्वाहिशमें
पिया मोहे दूर भये
और मेघा जलावे
लौट के आजा बालम
रहा ना जाए
बिरहा का बिष मोसे
सहा ना जाए
कारी कारी रात पिया
मोहे नींद ना आवे
तुम तो छुप गए
मोहे बीच राह छोड़ के
न जाओ सजना
ऐसे तुम मुह मोड़ के
पिया दूर भये
और मेघा जलावे